स्त्रोत (Stotrae)

प्रात स्मरण स्तोत्रं

जय  सच्चिदानंद। प्रात: स्मरामि हृदि संस्फुरदात्मतत्त्वंसच्चित्सुखं परमहंसगतिं तुरीयम्।यत्स्वप्नजागरसुषुप्तिमवैति नित्यंतद्ब्रह्म निष्कलमहं न च भूतसंघ:।।१।। भावार्थ-मैं प्रात:काल, हृदय में स्फुरित होते हुए

Read More...

जय गणेशकीलक स्तोत्रम्

जय गणेशकीलक स्तोत्रम्- वेदों-पुराणों का मंत्र-तंत्र-स्तुत्ति-स्तोत्र आदि सभी कीलित है, अतः ये सभी निष्प्रभावी होते हैं। उन्हें अपने साधना करने

Read More...

सरस्वती नाम स्तोत्र

सरस्वत्यां प्रसादेन, काव्यं कुर्वन्ति मानवाः।तस्मान्निश्चल-भावेन, पूजनीया सरस्वती।।१।। श्री सर्वज्ञ मुखोत्पन्ना, भारती बहुभाषिणी।अज्ञानतिमिरं हन्ति, विद्या-बहुविकासिनी।।२।। सरस्वती मया दृष्टा, दिव्या कमललोचना।हंसस्कन्ध-समारूढ़ा, वीणा-पुस्तक-धारिणी।।३।।

Read More...

श्रीरामरक्षास्तोत्रम्‌ ॥ रामरक्षा स्त्रोत  हिंदी अनुवाद सहित

” श्रीगणेशायनम: ! अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य । बुधकौशिक ऋषि: । श्रीसीतारामचंद्रोदेवता ।अनुष्टुप्‌ छन्द: । सीता शक्ति: । श्रीमद्‌हनुमान्‌ कीलकम्‌ ।श्रीसीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे जपे

Read More...

श्रीरामरक्षास्तोत्रम् ।।

श्रीराम गोविन्द मुकुन्द कृष्णश्री नाथ विष्णो भगवन्नमस्ते।प्रौढारिषड् वर्ग महाभयेभ्योमां त्राहि नारायण विश्वमूर्ते।। भगवान विष्णु ने जब रघुवंशी महाराज दशरथ के

Read More...

अष्टाक्षर श्रीराममन्त्रस्तोत्रम्

श्रीरामः शरणं मम।लक्ष्मीनाथसमारम्भां नाथयामुनमध्यमाम्।अस्मदाचार्यपर्यन्तां वन्दे गुरुपरम्पराम्।। स सर्वं सिद्धिमासाद्य ह्यन्ते रामपदं व्रजेत्।चिन्तयेच्चेतसा नित्यं श्रीरामःशरणं मम।।१।। विश्वस्य चात्मनोनित्यं पारतन्त्र्यं विचिन्त्य च।चिन्तयेच्चेतसा

Read More...

इन्द्रकृतं श्रीलक्ष्मी स्तोत्रं ।।

इन्द्र उवाचऊँ नम: कमलवासिन्यै नारायण्यै नमो नम:।कृष्णप्रियायै सारायै पद्मायै च नमो नम:।।१।। अर्थ-देवराज इन्द्र बोले- भगवती कमलवासिनी को नमस्कार है।

Read More...