बोध कथा (Bodh Katha)

शिव नीलकंठ कहलाए

                भगवान् शिव का लोकमंगल रूप           एक समय की बात है, देवों और दानवों ने अमृत पाने की इच्छा

Read More...

वटसावित्री व्रत-

सभी सुहागिन माताओं एवं बहनों कोवटसावित्री व्रत- २०२५ की असीम एवंहार्दिक शुभकामनाएं वट सावित्री व्रत विवाहित हिंदू महिलाओं के लिए

Read More...

मन को जीतने का तप

                              एक ऋषि यति-मुनि एक समय घूमते-घूमते नदी के तट पर चल रहे थे। मुनि को मौज आई। हम

Read More...

प्रभु का दरवाजा

ना जन्म हमारी मर्जी से होता है ना ही मृत्यु तो जन्म मृत्यु के बीच होने वाली व्यवस्था हमारी मर्जी

Read More...

संन्यासी और युवती

एक पहुंचे हुए महात्मा थे। एक दिन महात्मा जी ने सोचा कि उनके बाद भी धर्मसभा चलती रहे इसलिए क्यों

Read More...

प्रेम  तत्व-रहस्य

परमात्मा या मुक्ति की प्राप्ति के लिये जितने साधन बतलाये गये हैं, उनको आदर देना ही साध्य को आदर देना

Read More...