सावित्री-सत्यवान की पौराणिक कथा
महाभारत एक ऐसा ग्रन्थ है जिसमे अनेकों पौराणिक, धार्मिक कथा-कहानियों का संग्रह है। ऐसी ही एक कहानी है सावित्री और
महाभारत एक ऐसा ग्रन्थ है जिसमे अनेकों पौराणिक, धार्मिक कथा-कहानियों का संग्रह है। ऐसी ही एक कहानी है सावित्री और
ऐसी सत्य घटना साझा कर सकते हैं, जिसे पढ़ते ही हृदय भगवान के लिए व्याकुल हो जाये?दिनांक: 1 नवंबर 1979समय:
आज का प्रभु संकीर्तन।भगवान श्री कृष्ण कहते हैं,हमे दूसरे के बारे में जानने की बहुत जिज्ञासा रहती है। कभी हम
मैंने एक वृद्ध झेन फकीर के बारे में सुना है। वह मृत्यु शैया पर पड़ा हुआ था। उसकी अंतिम श्वासें
एक राजा था उसने परमात्मा को खोजना चाहा। वह किसी आश्रम में गया। उस आश्रम के प्रधान साधु महाराज ने
सांवरा_सलोना भगवान को पुत्र मे पाने के लिए कैसी योग्यता होनी चाहिए—इस संबन्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने संसार की स्त्रियों
जापान में एक फकीर हुआ: बोकोजू। वह टोकियो में, राजधानी में ही था। पुरानी कथा है, कोई तीन सौ वर्ष
दुनिया की दृष्टि से उसमें कोई अच्छाई नहीं थी न धन था, न रूप किन्तु दुनिया की दृष्टिसे नगण्य उस
सभी श्रीकृष्णभक्तों को महाकवि संत सूरदास कीजयंती दिनांक २५ अप्रैल २०२३की अनन्त शुभकामनाएं…..! हिन्दी के अनन्यतम और ब्रजभाषा के आदि
अर्थी पर पड़े हुए शव पर सफ़ेद कपड़ा बाँधा जा रहा है। गिरती हुई गरदन को सँभाला जा रहा है।