
बोधकथा……दो बंदर
एक बार, एक आदमी अपने दो बंदरों के साथ नाव में यात्रा कर रहा था। चूँकि बंदरों ने पहले कभी

एक बार, एक आदमी अपने दो बंदरों के साथ नाव में यात्रा कर रहा था। चूँकि बंदरों ने पहले कभी

हमारी संस्कृति में जल को देवता और नदियों को मां की सर्वोच्च प्रतिष्ठा प्राप्त है। जल को जीवन की संज्ञा

🙏।।ॐ॥॥ॐ।।🙏 एक गोपी कहती है-उद्धव! एक बात कहें! आज हम धन्य हो गई हैं क्योंकि एक तो तुम्हे हमारे प्यारे

सिव सम को रघुपति ब्रतधारी । बिनु अघ तजी सती असि नारी ।।भगवान शिव और माता सती देवी की असीम

आत्मा जब शरीर छोड़ती है तो मनुष्य को पहले ही पता चल जाता है । वो स्वयं भी हथियार डाल

एक बार सूरदासजी किसी भजन कीर्तन में जाने के लिए रास्ते से होकर जा रहे थे। सूरदासजी तो अंधे थे,

एक बार मूर्तिकार नवीन एक पत्थर को छेनी और हथौड़ी से काट कर मूर्ति का रूप दे रहा था. जब

।।श्रीहरिः।।“वह ह्या पै दान लेत हैं “ एक सत्य घटना श्री जी की कृपा हुई और मुझे 14 वर्षों के

कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत

एक बार एक गुरुदेव अपने शिष्य को अहंकार के ऊपर एक शिक्षाप्रद कहानी सुना रहे थे एक विशाल नदी जो