पद्मश्री नेक चंद अनहोनी को होनी कर दिया
आज कितने लोग इन्हें जानते हैं? बात आज से 53 वर्ष पहले की है। चंडीगढ़ में झील के पास सड़क
आज कितने लोग इन्हें जानते हैं? बात आज से 53 वर्ष पहले की है। चंडीगढ़ में झील के पास सड़क
सरजू अपनी पत्नी और मां-बाप के साथ एक गांव में रहता था। गांव में वह पिता के साथ मिलकर एक
एक बार देवराज इंद्र की सभा स्वर्ग में लगी हुई थी। इसमें दुर्वासा ऋषि भी भाग ले रहे थे।.जिस समय
कृष्ण के जीवन में वह सबकुछ है जिसकी मानव को आवश्यकता होती है। कृष्ण गुरु हैं, तो शिष्य भी। आदर्श
हम सब मिलकर एक साथ धन्यवाद दें उस ईश्वर को, जिसने हमें मनुष्य जन्म दिया और उसने दी दो बातें
आज का प्रभु संकीर्तन।।परमात्मा चिंतन के अनेक मार्ग है,किंतु हम जैसे गृहस्थ लोगो के लिए नाम जप सबसे सहज,सरल और
1794 ई. में टीपू सुल्तान और अंग्रेजों के बीच तीसरा मैसूर युद्ध हुआ। मैसूर के सैनिकों ने एक गाड़ी पर
आज राजमहल में उत्सव जैसा माहौल था। केवल महल ही नहीं मेवाड़ की हर गली मानों किसी दुल्हन की तरह
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं,प्रत्येक मनुष्य जीवन में सभी से कुछ न कुछ सीखता है।हम जीवन मे जिससे भी जो
कभी-कभी भगवान को कोई भक्त इतना प्यारा हो जाता है कि उसका संग-साथ पाने के लिए वे भक्त की सेवकाई