
श्यामसुन्दर का प्रेम
श्यामसुन्दर का प्रेम क्या वस्तु है वास्तव में बात यह है कि भगवद्प्रेम साधना से नहीं मिलता। यह तो उसी
श्यामसुन्दर का प्रेम क्या वस्तु है वास्तव में बात यह है कि भगवद्प्रेम साधना से नहीं मिलता। यह तो उसी
गुरु समर्थ रामदास स्वामी जयंती महाराष्ट्र भूमि संत-महात्माओं की खदान है। ज्ञानेश्वर, तुकाराम, एकनाथ, नामदेव, संत जनाबाई, मुक्ताबाई, सोपानदेव आदि
सुना है मैंने कि सिकंदर जब मरा, तो उस गांव में बड़ी हैरानी हो गई थी। सिकंदर की अर्थी निकली,
कृष्ण जी के सच्चे भक्त सिलपिल्ले बाई की कथा भगवान और भक्त का रिश्ता एक प्रेम का रिश्ता होता है
भगवान् शिव का लोकमंगल रूप एक समय की बात है, देवों और दानवों ने अमृत पाने की इच्छा
सभी सुहागिन माताओं एवं बहनों कोवटसावित्री व्रत- २०२५ की असीम एवंहार्दिक शुभकामनाएं वट सावित्री व्रत विवाहित हिंदू महिलाओं के लिए
भगवान जगन्नाथ के नेत्र क्यों इतने विशाल हैं? क्यों वे कभी नहीं झपकते?पढ़िए, यह दुर्लभ कथा जब एक टूटा हुआ
एकनाथ महाराज के पास एक वैष्णव आया। उसने महाराज को पूछा कि आपका मन ईश्वर में,सदासर्वदा श्रीकृष्ण में कैसे स्थिर
जीवन में कभी कभी आप गोपाल जी की कृपा से उनके अदभूत भक्तों से मिल जाते है ! ऐसा ही
एक अत्यंत रोचक घटना है, माँ महालक्ष्मी की खोज में भगवान विष्णु जब भूलोक पर आए, तब यह