
राम नाम की महिमा कथा
जब युधिष्ठिर अपनी माता और भाइयों को साथ लिए वनवास कर रहे थे, तब उन्हें देखने के लिए श्री कृष्ण
जब युधिष्ठिर अपनी माता और भाइयों को साथ लिए वनवास कर रहे थे, तब उन्हें देखने के लिए श्री कृष्ण
मन की मलिनता धोने के लिए विराट पुरुष का ध्यान धरना है।विराट पुरुष का ध्यान करने का अर्थ है,इस जगत
प्रेम का रूपांतरणस्त्रियाँ स्वभाव से ही कोमल होती है इसलिए जब उनके सौन्दर्य और गुणों का वर्णन किया जाता है
भक्ति कथा गुरु रविदास की महिमा सुनकर और पवित्र जीवन को देखकर बहुत से राजा-रानी उनके शिष्य बन गए थे।
हम केवल निमित्त मात्र है इससे ज्यादा और कुछ नही…..बहुत ही ज्ञानवर्धक कथा जरूर पढे! कोई भी छोटा-बड़ा काम करो
वाराणसी के एक साधक थे सुदर्शन जी ब्रह्ममुहूर्त का समय था । वे गंगा जी में कमर तक डूबे जप
एक महान विद्वान से मिलने के लिये एक दिन रोशनपुर के राजा आये। राजा ने विद्वान से पुछा, ‘क्या इस
अति प्राचीन काल की बात है। द्रविड़ देश में एक पाण्ड्यवंशी राजा राज्य करते थे। उनका नाम था इंद्रद्युम्न। वे
गीता में लिखा है-भगवान श्री कृष्ण कहते हैं, “मैं समय हूँ, कालोस्मि” अर्थात् यदि आप समय का सही उपयोग नहीं
बरसाने में आज श्री राधिका जी के मुखमंडल पर कुछ उदासी सी छायी देखकर वृषभानु बाबा अति लाड से पूछ