
प्रभु का रंग
यह प्रसंग एक राजा की जिन्दगी का है, उसका नाम था राजा पीपा। उसने दुनिया में जो कुछ इन्सान पाना
यह प्रसंग एक राजा की जिन्दगी का है, उसका नाम था राजा पीपा। उसने दुनिया में जो कुछ इन्सान पाना
“” काशी में गंगा के तट पर एक संत का आश्रम था। एक दिन उनके एक शिष्य ने पूछा… “गुरुवर!
हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के
पति पत्नी के बीच प्रेम क्या होता है कोई विजेंद्र सिंह राठौड़ से सीखे ! यहतस्वीर अजेमर के निवासी विजेंद्र
विवाह की कामना लेकर नारद जी वापस बैकुंठ गए और विष्णुजी से खुद को रूपवान बनाने की विनती की। श्रीहरि
( परलोक में देवलोक की प्राप्ति देविक मनोवृतियों के निर्माण एवं धारण करने पर ही होती है और आत्मा का
अभिरूप कपिल कौशाम्बीके राजपुरोहितका पुत्र था और आचार्य इन्द्रदत्तके पास अध्ययन करने श्रावस्ती आया था। आचार्यने उसके भोजनकी व्यवस्था नगरसेठके
रहीम खानखाना मुसलमान होनेपर भी श्रीकृष्णके अनन्य भक्त थे। एक बार दिल्लीके बादशाहकी आज्ञा उन्होंने दक्षिण भारतके एक हिंदू राजापर
एक विचारशीला भगवद्भक्ता नारीका एकमात्र पुत्र मर गया। पति घरसे बाहर गये थे। उस नारीने पुत्रका शव ढक दिया और
बहादुरीका इनाम हीरोशियो नेलसन एक दरिद्र लड़का था। उसके मामा मारिस साक्लेंग जब एक समुद्री जलयानके कप्तान बने, तब उसने