
दशमहाविद्या स्तोत्र।
आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है। प्रस्तुत है दशमहाविद्या स्तोत्र। माता ब्रह्मचारिणी अपने सभी भक्तों का मङ्गल करें !
आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है। प्रस्तुत है दशमहाविद्या स्तोत्र। माता ब्रह्मचारिणी अपने सभी भक्तों का मङ्गल करें !
जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे । जय शुम्भ-निशुम्भ-कपालधरे, प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे ।।1।।जय चन्द्रदिवाकर नेत्रधरे, जय पावक
प्रथमं तु महादेवं द्वितीयं तु महेश्वरं।तृतीयं शङ्करं प्रोक्तं चतुर्थं वृषभध्वजम्।।१।। पञ्चमं कृत्तिवासं च षष्ठं कामङ्गनाशनं।सप्तमं देवदेवेशं श्रीकण्ठं चाष्टमं तथा।।२।। नवमं
अगर विवाह में भी विलंब हो रहा है या कोई बाधा आ रही है या फिर योग्य जीवनसाथी नहीं मिल
ॐ अस्य श्रीरामदुर्गस्तोत्रमन्त्रस्य कौशिक ऋषिरनुष्टुप्छन्दःश्रीरामो देवता रां बीजं नमः शक्ति रामाय कीलकम् श्रीराम प्रसादसिद्धि द्वारा मम सर्वतो रक्षापूर्वक नाना प्रयोग
अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम्।नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।। इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा।सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान्।। मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा।तान् नमस्यामहं
अस्य श्री अर्गला स्तोत्र मंत्रस्य विष्णुः ऋषिः। अनुष्टुप्छंदः। श्री महालक्षीर्देवता। मंत्रोदिता देव्योबीजं। नवार्णो मंत्र शक्तिः। श्री सप्तशती मंत्रस्तत्वं श्री जगदंदा
ॐ अस्य श्री आपदुद्धारक हनुमत् स्तोत्र महामन्त्र कवचस्य, विभीषण ऋषिः, हनुमान् देवता, सर्वापदुद्धारक श्रीहनुमत्प्रसादेन मम सर्वापन्निवृत्त्यर्थे, सर्वकार्यानुकूल्य सिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः।।
राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र भगवान शिव द्वारा रचित और देवी पार्वती से बोली जाने वाली राधा कृपा कथा श्रीमती राधा
देवी राधा रचित इस श्रीकृष्ण स्तोत्र का पाठ जो भी प्राणी तीनों कालों में करता है वह कृष्ण की प्रीति