अध्यात्मवाद (Adhyatmvad)

forest 1929982 6406731735684906090370

पुरण आनंद

हम राम राम कृष्ण कृष्ण भजते है। हम स्तुति करते हुए इस मार्ग पर आ जाते हैं कि एक मिनट

Read More...
chrysanthemum 1332994 6408093944266255812079

ब्रह्म एक है

मन्दिर में सगुण साकार की पुजा की जाती है, हम मन्दिर में जाकर सभी भगवान के सामने धुप दिपक जलाते

Read More...
buddha 3692890 6404765651976254306902

परमात्मा नित्य है

भगवान का नाम सिमरन करते हुए विनती और स्तुति करते हुए भगवान के भाव बनने लगते हैं भगवान का प्रेम

Read More...
img 20220425 wa00198095247584111564760

बाहर क्या ढूंढे…

सारे संत महापुरुष एक ही संदेश देते है… वस्तु तेरे भीतर है… सब कुछ तेरे भीतर है… सब कुछ तुझसे

Read More...
monk 3224993 6406997737600714347821

भाव की गहराई 3

हम भगवान को भजते रहते हैं तब मालिक इस मन को सुधार देते है। भगवान का सिमरण ऐसी पुंजी है

Read More...
woman 2667455 6409138110523127752368

लग्न का दिपक

जिसने दिल ही दिल में प्रभु प्राण नाथ से बात की है। अपने अन्तर्मन में लग्न का दिपक प्रज्वलित किया

Read More...