
नाम जप भगवान दर्शन
हम भगवान का नाम जप आसन पर बैठकर माला लेकर करते हैं। राम राम राम जपती रहती। जब भी समय
हम भगवान का नाम जप आसन पर बैठकर माला लेकर करते हैं। राम राम राम जपती रहती। जब भी समय
जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। परमात्मा को साथ रखते हुए यदि हम किसी से प्रेम करते हैं
मेरा परमात्मा भगवान् कैसा है। मेरा परम पिता परमात्मा मेंरा जगत जगदीश प्रकाश का पूंज है।जिसमें सम्पूर्ण जगत समाया हुआ
हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद चाहे पूरी पृथ्वी को दीपकों से सजा दो फिर भी तुम्हारे हृदय में रोशनी
एक भक्त भगवान से अन्तर्मन से प्रार्थना करते हुए कहता है कि हे परमात्मा मेरे सब कुछ आप ही है आप
अवचेतन मन से कुछ भी पाया जा सकता है।अवचेतन मन- अंतर आत्मा- सूक्ष्म जीव या अन्य कई नामो से जाना
इस सृष्टि के जंहा मे तु ही समायानजर जीधर जाती है तु ही तु नजर आता हैबाहर और भीतर तेरा
सैल्फ कोन्फीडन्स आत्म विश्वासआत्मविश्वास से भरा हुआ व्यक्ति का जीवन मुस्कराता है। हमारा जीवन धन आत्मविश्वास है। हम आत्मविश्वास से
जीवन की खुशी शांति किस मे हैहम समझते हैं। हमारे पास बहुत अधिक होगा तभी खुशी मिलेगी। आवश्यकता से अधिक
हे परमात्मा राम मेरे सब कुछ तुम ही हो तुम से ही ये जीवन ज्योति है तुम से ही आनंद