ऋषि सरभंग
नगर से सैकड़ों कोस दूर सुदूर वन में तपस्या कर रहे उस वृद्ध ऋषि ने दूर उस निश्चित स्थान की
नगर से सैकड़ों कोस दूर सुदूर वन में तपस्या कर रहे उस वृद्ध ऋषि ने दूर उस निश्चित स्थान की
स्वामी विवेकानंद एक बार एक रेलवे स्टेशन पर बैठे थे उनका अयाचक (ऐसा व्रत जिसमें किसी से मांग कर भोजन
श्री गुरू नानक देव साहिब जी के उत्तराधिकारी के रूप में श्री गुरू रामदास जी मानव कल्याण के कार्यों में
अक्सर कुछ लोग सोचते है कि सतगुरु से ज्ञान अर्थात नामदान लिये कई वर्ष हो गए थोड़ा बहुत भजन सिमरन
तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू रामभद्राचार्य जी महाराज ने हनुमान चालीसा की चौपाइयों में 4 गलतियां बताई है उन्होंने कहा कि पब्लिशिंग
मैंने सुना है, एक सूफी फकीर के आश्रम में प्रविष्ट होने के लिये चार स्त्रियां पहुंचीं। उनकी बड़ी जिद थी,
।। श्री: कृपा ।।🌿 पूज्य “सद्गुरुदेव” जी ने कहा – सफलता की प्राप्ति के लिए ज्ञान, पुरुषार्थ के अतिरिक्त सही
।। श्री: कृपा । पूज्य “सद्गुरुदेव जी ने कहा – अंतःकरण की परिशुद्धि में आहार शुचिता आवश्यक है। वस्तुत: वैचारिक
🔸गुरु की कृपा ही शिष्य का परम मंगल कर सकती है, दूसरा कोई भी नहीं कर सकता है यह प्रमाण
आधुनिक जापान के ज़ेन शिक्षक एक प्रसिद्ध गुरु के वंश से आते हैं जो गुडो का शिष्य था। उसका नाम