नवदुर्गा के नौ स्वरूप स्त्री जीवन का पूर्ण बिम्ब
नौ रूपों में स्त्री जीवन का पूर्ण बिम्बएक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब हैनवदुर्गा के नौ स्वरूप 1 जन्म
नौ रूपों में स्त्री जीवन का पूर्ण बिम्बएक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब हैनवदुर्गा के नौ स्वरूप 1 जन्म
हे परमेश्वरी मेरे द्वारा रात-दिन बहुत से अपराध होते रहते है। मुझे अपना दास समझकर मेरे उन अपराधों को आप
🙏🌹सोम सोम दे भरे भण्डार तेरे, मंगल मेहर दा बक्षो दान माता बुध बुद्धि दे विच प्रकाश होवे,वीर वीरता दा
देवी शैल पुत्री का वर्णन हमें ब्रह्म पुराण में मिलता है। पुराण के अनुसार चैत्र प्रतिपदा के प्रथम सूर्योदय पर
साँची ज्योतो वाली माता,तेरी जय जय कार ।तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।तुने मुझे बुलाया
मंगल की सेवा सुन मेरी देवी हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी ध्वजा नारियल ले ज्वालातेरी भेंट करें।। सुन
जय माता दी जय माता दी, करुणामयी मां कृपामयी मां ममता बरसायेंगे, तू प्रेम से गा प्यारे जय माता दी
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई……. जब मैया बागो में आई मालिन माँ को माला पहनाई,मालिन की
हे जगजननी हे अम्बे माँ, कृपा करो जगदम्बे माँकृपा करो जगदम्बे माँहे जगजननी हे अम्बे मां, कृपा करो जगदम्बे माँ
मेरे मन-मन्दिर में, तेरा उजियारा है, जगदम्बे, मां दुर्गे मुझे तेरा सहारा है ॥ टेर ॥ तू ही ब्रह्माणी है,