आज मैया के दर पे मुझे जाना है
जिसका मुझे था इंतज़ार, जिसके लिए दिल था बेक़रार वो घड़ी आ गई-आ गई, आज मैया के दर पे मुझे
जिसका मुझे था इंतज़ार, जिसके लिए दिल था बेक़रार वो घड़ी आ गई-आ गई, आज मैया के दर पे मुझे
सरस्वती माता का प्राता ध्यान धरे, फिर हम अंतर् मन में अपने ज्ञान भरे. कला विध्या सुर देने वाली देवी
भारत के लिए भगवन का एक वरदान है गंगा सच पूछो तो इस देश की पहचान है गंगा हर हर
माँ के जैकारे बड़े प्यारे लगते, जैकारा शेरावाली दा मैया दौड़ी आती है, मैया प्यार लुटाती है मैया दौड़ी आती
मैया ओ मैया ,तेरी चुनर मैं सजाऊंगी मैया ओ मैया ,तेरी चुनर में सजाऊंगी चुनर तारोंजड़ी होगी, मोतियन की लटकन
ओढ़ो ओढ़ो म्हारी माता रानी आज भगत थारी चुनड़ ल्याया ए ओढ़ो ओढ़ो म्हारी कुलदेवी आज भगत थारी चुनड़ ल्याया
तू आ जा माँ, बड़े चिर तो, लगी ऐ आस दर्शन दी॥ हैं अखियाँ नू वी हर वेले, लगी ऐ
आया है आया है पहली बार भुलावा माँ का आया है, चलो रे चलो दरबार माता ने भुलाया है, बेबस
नी मैं सोवां ते जगांदियाँ ने तेरियां यादां ॥ नि मैं जगा ते सतान्दियाँ ने तेरियां यादां, साडा दिल सारी
चलो माँ का करे शिंगार नवराते आये है, चलो माँ के नवराते आये है, चलो माँ का करे दीदार नवराते