सच पूछो तो इस देश की पहचान है गंगा
भारत के लिए भगवान का इक वरदान है गंगा, सच पूछो तो इस देश की पहचान है गंगा गिरी राज
भारत के लिए भगवान का इक वरदान है गंगा, सच पूछो तो इस देश की पहचान है गंगा गिरी राज
मैया के दर पे नजारा मिलता है, गम के मारो को सहरा मिलता है, मैया ने बदली है सबकी तकदीर,
नि मैं नचना माँ दे द्वार द्वार नि मैं नचना माँ दे द्वार , शर्मा संगा ला के सरिया भूल
तूने ऐसी मौज लगाई कालका माई करा दी मेरी बल्ले बल्ले, तेरी कितनी करू बड़ाई पलक जपकाइ करा दी मेरी
सारा जग करदा वडाई मैं लाडला चिंतापुरनी दा, मैं आस मैया जी ते लाई मैं लाडला चिंतापुरनी दा, अपना बनाया
स्वर्ग से आई है मेरी मां, खिला-खिला सा लगे समां… हां, स्वर्ग से आई है मेरी मां, खिला-खिला सा लगे
मेरी आखिओं के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे । हम तो चाकर मैया तेरे दरबार के, भूखे हैं
माँ दे जगराते दी अज सब नु वधाई ऐ मेहरा दे खजाने माँ अज भंडन आई ऐ माँ दे जगराते
उचेया मंदिरा वालिये मैं कहन्दी हां, रख चरना दे कोल मैं तरले पाउंदी हा, बगियाँ शेरा वालिये हथ थेला ऐ,
मेवे मिश्री दा मा नू भोग तू लवाना ए, भ्गता दी हाजरी तू चरना च लाना ए, मां देय सेवादार