
सोहने नैना वालियां वे दिल
सोहने नैना वालियां वे दिल तेरे वेगैर नहियो लगदा, तेरे वेगैर नहिओ लगदा वे दिल तेरे वेगैर नहियो लगदा, ओह

सोहने नैना वालियां वे दिल तेरे वेगैर नहियो लगदा, तेरे वेगैर नहिओ लगदा वे दिल तेरे वेगैर नहियो लगदा, ओह

जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे, झूला झुलाये बृज बाला मथुरा में

जनम तेरा बातों ही बीत गयो, रे तुने कबहू ना कृष्ण कहो, पाँच बरस का भोला भाला, अब तो बीस

सांवरियां चाहे जग रूठे छूटे कभी न तेरा साथ, जग के सफर की सारी डगर में थामे रहो मेरा हाथ,

तेरी रेहमत के सदके मैं जाऊ, सिर झुका के मैं तुझको मनाऊ, श्याम क्यूँ मुझसे ख़फ़ा है, क्या है किसी

चंग बाजन दयो,साथीड़ो आपा घूमर घाला रे, चंग बाजन दयो………. ज्यू ज्यू चंग बाजे, तंयु तंयु चाव घणेरो जागे रे,

आया फागुन रंगीला आया आज श्याम ने रंग उड़ाया, कोई केसर फूल खिलाया इक दूजे को भर भर लगाया मस्ताना

श्याम है मेरी आत्मा श्याम है दिल के चैन, श्याम नहीं जिन में बसे सुने है वो है नैन, श्याम

मैया दर्शन करादे नन्दलाल दा आया बड़ी दुरो चल के तेरे जहे जोगी बाबा नित उठी आमदे मुठी मुठी आटे

ये काया कुटिया निराली जमाने भर से दस दरवाजे वाली जमाने भर से जो डूबे श्रीराम जी की मस्ती में