
बधाई झुम के गाओ आज नन्द लाल आए हैं
बधाई झुम के गाओ आज नन्द लाल आए हैं मेरे गोपाल आए हैं ।खुशी के फुल बरसाओ, आज नन्द लाल
बधाई झुम के गाओ आज नन्द लाल आए हैं मेरे गोपाल आए हैं ।खुशी के फुल बरसाओ, आज नन्द लाल
करुणा निधान संवारा रखता मेरी खबर,हर पल सहारा श्याम का मैं क्यों करू फ़िक्र, क्या क्या ये दे रहा मुझे
हे आराध्या राधा ! मेरे मनका तुझमें नित्य निवास।तेरे ही दर्शन कारण मैं करता हूँ गोकुलमें वास॥ तेरा ही रस-तत्त्व
लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, कान्हा की सुनके मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, लाला
कान्हा रे सुन विनती मेरी एक झलक दिखला देमेरे तपते अंतर में तेरी प्रीत की नीर बहा दे..एक झलक दिखला
कन्हैया तेरी मुरली , सोने न देतीरोना चाहें यह अँखियाँ रोने न देती… मन में प्रेम रागिनी का करती संचारचितवन
चक पूछत- पूछत आ गये,पुरी द्वारिका द्वार। ित भवन सब देखते,शोभा बनी अपार। द्वार पाल ने आ कहा,पूछ रहे प्रभु
सखी झूला झूले राधा प्यारी,झूला खींचे मेरे बाँके बिहारी मेरो रमन बिहारी। चहूँ दिश साबन मास है छाया, झूलन उत्सब
।।श्रीराधे।।लक्ष्मी की अवतार हैं राधाविष्णु की चमत्कार हैं राधाजगत में जो ईश्वर कहलायाउस कृष्ण की आधार हैं राधा वृंदावन की
ऐसा क्या जादू कर डाला,,,,,मुरली जादूगारी ने,….किस कारण से संग में मुरली,,,रखी है गिरधारी ने, बाँस के एक टुकडे में,,,ऐसा