
मैंने कृष्ण को जब भी पुकारा
मैंने कृष्ण को जब भी पुकारा मेरा श्याम बना है सहारा जपत निरंतन श्याम नाम मैंने जीवन अपना हारा बोलो

मैंने कृष्ण को जब भी पुकारा मेरा श्याम बना है सहारा जपत निरंतन श्याम नाम मैंने जीवन अपना हारा बोलो

हरी हरी हरने वाली हरे मुरारी जी हरी हरी हरी करने वाले मेरे गिरधारी जी मैं तो बैठी इनके चरणों

म्हारे ठाकुर जी री पूजा हर दम करता रेहसा जी माहरे सांवरियां जी री पूजा हर दम करता रेहसा जी

प्राथना सुनिए श्री भगवान कीजिये जन जन का कल्याण प्राथना सुनिए श्री भगवान आज भूमि जन भूमि दुखारी वाणी वीणा

बता दे हमे भी अरे राधा प्यारी कैसे हॉवे तेरे बस में मुरारी बता दे हमें भी….. ना पनघट पे

मोर मुकट और बांसुरी वाले यशोमती मैया के नन्द दुलारे माखन चोर है कृष्ण कन्हिया आये कन्हिया गोकुल वाले कृष्ण

जैसो चटक मटक मेरो कान्हा जैसो चटक मटक मेरो कान्हा, वैसो ठाकुर दूजो नाहिं, बलशाली असुरन सँघार्यो, नाग कालिया पटक

श्री कृष्ण की विरहे में राधा है इतना रोई यमुना को कर दी काली रोया ना इतना कोई श्री कृष्ण

टूटी बेड़ियाँ खुले सब द्वार बाबा के संग ब्रिज को चले करतार पेहर आखिरी निशा गनेरी मथुरा से ब्रिज की

जीवन की डोर तुम से बाँधी है सांवरे, दर्शन की भीख देदो नैना है वन्वारे जीवन की डोर तुम से