
गोपाल सहारा तेरा है नंदलाल सहारा तेरा है
गोपाल सहारा तेरा है नंदलाल सहारा तेरा है मेरा और सहारा कोई नहीं गोपाल सहारा तेरा है , हे गोविन्द

गोपाल सहारा तेरा है नंदलाल सहारा तेरा है मेरा और सहारा कोई नहीं गोपाल सहारा तेरा है , हे गोविन्द

जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे, झूला झुलाये बृज बाला मथुरा में

रात अंधियारी कारी, जन्मे जब कृष्ण मुरारी,खुल गयीं तब बेड़ियाँ सारी, जब जन्म लिए बनवारी। धन्य हुए वसुदेव देवकी, खुशियाँ

आओगे जब तुम ओ सांवरे, दिल के द्वार खुलेंगे, आंखों में आंसू, आंखों में आंसू, इंतज़ार के । तुमसे कब

जित देखो तित श्याम मयी है, श्याम कुंज बन मधुवन श्यामा श्याम गगन घन घटा छई हैं, चंद्र सार रविसार

कृष्ण तुम्हारे ध्यान में आठो पेहर रहा करू हर दम तुम्हारे ज्ञान के सागर में ही बहा करू वाणी तुम्हारी

मैं तेरे प्यार में ऐसा डूबा प्रभु जितना गेहरा गया उतने पास आ गया, दुब कर भावो में मैं यहाँ

तेरा रूप सजा के नैयन में बेठी हूँ वृंदावन में लट प्रीत की एसी लागी तुझे ढूंड रही कण कण,

मेरी सरकार सहारा देदे आज मुझको श्री चरणों में गुजारा दे दे, तेरी नजरो में रहु हर पल मैं, अपनी

बरसाने आजा प्यारे धूम मची है, आजा सखी सँवारे दे नाल नचिये, हो आज नहीं जे नचना ते फेर कदो