भजन (Bhajan)

भूमि-भाग्य-सा भारतवर्ष

मस्तक ऊँचा हुआ मही का,धन्य हिमालय का उत्कर्ष।हरि का क्रीड़ा-क्षेत्र हमारा,भूमि-भाग्य-सा भारतवर्ष॥ हरा-भरा यह देश बना करविधि ने रवि का

Read More...