
काश तुम आते
आंखें बेचैन हुई, दिल में बुझ गई आस हैजीवन मेरा संघर्ष बना, डूब रही पतवार हैखत मैंने लिखे, उनका ना

आंखें बेचैन हुई, दिल में बुझ गई आस हैजीवन मेरा संघर्ष बना, डूब रही पतवार हैखत मैंने लिखे, उनका ना

आज सखी पिया आये मोरे अँगनाटूट गयी चूड़ी खनक गयो कँगनाआज सखी ….. सजना संग मेरी प्रीत पुरानीप्रीत सजन मोहे

मै हुई दीवानी तेरी श्याम नाम सुबह शाम जप के शाम जपके सुबह शाम जपके दिल में हो तू ही

रूद्ररूप में भगवान शिव के साथ संरेखित करने के लिए रुद्र गायत्री मंत्र का अभ्यास किया जाता है। रूद्र मंत्र

शिकायती पत्र गई मोरनी पास यशोदाकड़वे बोल सुनायेंतेरो कान्हा बडो ही लम्पटमेरे मोर के पंख चुराये ! रोज़ सुनै थी

हे ! मनमोहन, आपकी मीठी मधुर हंसी से ऐसा लगता है, जैसे चारों तरफ असंख्य जलतंरग बज रहे हो मीठी

अति मधुर लीला …. | आयो नंदलाल बरसाने.. | बन गए नन्दलाल लिलिहारि, री लीला गुदवाय लो प्यारी। दृगन पै

श्याम तेरी तस्वीर सिरहाने रख कर सोते हैंयही सोच कर अपने दोनों नयन भिगोते हैंकबी तो तस्वीर से निकलोगे, कबी

राधे तेरा बरसाना इस जग से न्यारा हैहम और किधर जाएँ यही घर अब हमारा है तेरे बरसाने की श्यामा

मोहन की याद आईअश्को को बहाने दो यादो में जरा उनकीराहों में जरा उनकीसजदे तो बिछाने दो 1 सुनते है