भगतो को दर्शन दे गई रे दो छोटी सी बेहना,
भगतो को दर्शन दे गई रे दो छोटी सी बेहना, छोटी सी बेहना दो प्यारी सी बेहना, सब के मन
भगतो को दर्शन दे गई रे दो छोटी सी बेहना, छोटी सी बेहना दो प्यारी सी बेहना, सब के मन
माँ रानी सती सुन ले तेरो लाल बुलावे है, इब खोल तेरी मुठी क्यों जी न जलावे है, माँ रानी
इक माँ मिलती बड़ी मुश्किल से हमे दो दो माँ का प्यार मिला दुनिया में सुहासड़ा के जैसा नहीं और
मैं ऐसा क्या कर जाऊँ, चुनड़ी सिर पे लहराये, तेरी चुनड़ी से लिपटकर,माँ ममता मुझे मिल जाये, केडसती माँ तु
थारो म्हारो मावड़ी घणी पुराणी प्रीत केड आवां तो लागे है, जईयां आग्या म्हे तो पीर थारो म्हारो मावड़ी ………..
एक तमन्ना दादी है मेरी दिल में बसा लूँ सूरत तेरी हर पल उसी को निहारा करूँ दादी दादी मुख
पहला पुजाइयो झुंझुनू जी पाछे पुजायो देव सर जी, बाद में ढोकवा धाम नारायणी को जवाब नहीं, सबसे पहला सांसरिये
मतवाली मेंहदी ए दादी के हाथां रचगी हाथां रचगी…माँ के हाथां रचगी… कामण गारी मेंहदी ए,दादी के हाथां रचगी… हे
भक्तो के संग पैदल पैदल जाना से, मैया के मंदिर में निशान चढ़ाना से, भक्तो के संग में मिलकर धूम
मावड़ी पल में मान जाती है, सुन के पुकार आती है हम बेखबर है माँ को खबर है, अपने भक्त