साई दी सूरत मैनु सोहनी लगदी
साई तेरी किरपा से हो काम पुरे तेरे बिना साई हम है अधूरे, नाम जपे तेरा शाम सवेरे ज़िन्दी में
साई तेरी किरपा से हो काम पुरे तेरे बिना साई हम है अधूरे, नाम जपे तेरा शाम सवेरे ज़िन्दी में
तर्ज:-झिलमिल सितारों का साईं शरण में जो आया होगा,माँगा जो साईं से पाया होगा दिल में भलाई जो लाया होगा,साईं
शिरडी का मेला मुझसे कही छूट न जाये, क्यों गाडी लेट चलाये क्यों गाडी लेट चलाये, साई से मेरी लगन
देता शिरडी वाला साई शरणागत का साथ, मैं भी तेरी शरण में आया थाम ले मेरा हाथ रो रही आंखे
जीमे मर्जी एह जिन्दगी चला देवे असी साईं उते छड़ियाँ ने डोरियाँ चाहे रंक या बादशाह बना देवे असी साईं
साडी सुनले वे सैयां फर्याद वे साइयाँ तेरा की जावेगा, साडी सुनी न कोई जे गल बात ये बच्चा तेरा
साई के दर को छोड़ के सारे जग से बेगाना है, साई का दीवाना है मेरा दिल साई का दीवाना
अपनाया न किसी ने किसको दू मैं दुहाई, मुझपर किरपा करो तुम हे शिरडी के साई, मालिक है इक सबका
जदो कोई जात पुछदा ऐ मेरी औकात पुछदा ऐ, एह आँख अथुरु बरसौंदी ऐ साइयाँ वे तेरी याद आउंदी ऐ,
धन्य धन्य मेरे साई जी धन्य तेरे उपकार ने , सेवका दे नाल तेरे गुडे गुडे प्यार ने, सूंदर रूप