
महादेव तीन लोक के तुम हो स्वामी
महादेव महादेव महादेव तीन लोक के तुम को स्वामी, जगत पिता पालनहार, महादेव महादेव महादेव उनका डमरू डम डम बोले,
महादेव महादेव महादेव तीन लोक के तुम को स्वामी, जगत पिता पालनहार, महादेव महादेव महादेव उनका डमरू डम डम बोले,
शिवरात्रि का पावन पर्व मनाएंगे, सुबह सवेरे शिव मंदिर हम जायेगे, भोले भावना से भोले नाथ को रिजाएगे, दूध और
गोरा दी सखियाँ ने आके सुनाया, लाडे तेरे ने आके हाल की बनाया, भुत ते प्रेत लेके आया है बाराती,
आईं सावन की रुत प्यारी रे, गौरा भंगिया की करले तैयारी, भोले घोटु न भांग तुम्हारी रे, लागी कैसी ये
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए, हाथ में ले गंगाजल गढवा शिव पे चढ़ाने के लिए,
भोले जपो जपो मन प्यारा मुक्ति मिले मिले छुटकारा तुझको जपना होगा तुझको जपना होगा भोले का जो नाम गाता