
लाड़ा तेरा गिठा नी ओ गौरजा
लाड़ा तेरा गिठा नी ओ गौरजा, दाधा गज गज लमक रेहा, बुढ्डा बाबा नी ओ गौरजा जिदे नाल लगी तू
लाड़ा तेरा गिठा नी ओ गौरजा, दाधा गज गज लमक रेहा, बुढ्डा बाबा नी ओ गौरजा जिदे नाल लगी तू
दुनिया में हो अलख जगावे जोगियां रे, डम डम डमरू भजावे जोगियां रे, मोह तम तारा नई हारा रुदर शंकर,
बड़ी दूर से चल कर आया हु मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए, इक फूल गुलाब का लाया हु चरणों
भोले के चेले बड़े हैं अलबेले, भूति भोले की चढ़ा के कंधे कांवड़ उठा के, सब छोड़ के झगडे झमेले,
आजा आ मेरे भोले नाथ भक्त पुकारे तेरा. सुना है भोले भंडारी, झोली सबकी भरते, दूध और गंगा जल से
हरी हरी भांग का मजा ले जीये सावन में शिव की भुटटी पिया कीजिये, इसकी हर पति में अज़ब खुमार
भोले बाबा की जय बम बम भोले की जय, कंधे कावर उठा के तुम बढ़ते चलो बम बम का जैकारा
भोले दे दर लगे मेले चल दर्शन पाना, जगा जगा मंदिरा च मेले लगदे, सोने सोने मंदिर बथेरे सजदे, जो
हे दुःख हारी दीं दयाल दिन दिन समय बदल रहा चाल, आके देख तो हाल मुरली वाले नन्द लाल, हे
वर दे के भण्डार भरेगा शिव भोला भंडारी, जीवन का संचार करेगा शिव भोला भंडारी, जान मानस का कष्ट हरे