ये रिश्ते प्यार के कही छुट न जाए
राखी है त्यौहार ख़ुशी का दिल से इसे मनाये भाई बहिन के प्यार का गुलशन खुशियों से महकाए, ये रिश्ते
राखी है त्यौहार ख़ुशी का दिल से इसे मनाये भाई बहिन के प्यार का गुलशन खुशियों से महकाए, ये रिश्ते
ज़िन्दगी का सफ़र करने वाले अपने मन का दीया तो जला ले, रात लम्बी है गहरा अँधेरा, कौन जाने कहा
बाबोसा के मंदिर में ,भक्त जो भी आता है बाबोसा से रिश्ता वो , पल में जोड़ जाता है धाम
चालो म्हारी रेल भवानी ये चाला संता रे देश, मारा सतगुरु खोली बारी , हुई टिकट की तैयारी, बैठ चलो
कहीं तो बेबस बिलख रहे हैं, कहीं तो तड़प रहे कहीं तो सांसो की गिनती में लाखों भटक रहे बंद
बालम काना में लगा लो ईयर फोन दिला दो एप्पल फोन चलूंगी जद रुणिचा में डीजे आली बीट पर चला
तर्ज:- रामचंद्र कह गए सिया से आसमान में उड़ने वाले , मिट्टी में मिल जाएगा, भजन प्रभु का
तेरी ऊँगली पकड़ के चला ममता के आंचल में पला माँ ओ मेरी माँ मैं तेरा लाडला माँ ओ मेरी
जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है नहीं है वो पाने
तन को जोगी सब करे, मन को करे ना कोई, सहजे सब सिद्धि पाइए, जो मन जोगी होय ।