जीवन खत्म हुआ तो जीने का ढंग आया
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया गाडी निकल गयी
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया गाडी निकल गयी
जग में जो मेरी अच्छी पहचान है पापा ये मुझ पर तेरा एहसान है भगवान से पहले पापा तुझको सिस
खेतरपाल दा कहंदा गुलाम आ गया, खेतरपाल नाल लाइया मजा आ गया, खेतरपाल दा कहंदा गुलाम आ गया, बाबा साहब
अग्रसेन महाराज जी तुम्हे लाखों प्रणाम, लाखो प्रणाम तुम्हे लाखो प्रणाम, अग्रसेन महाराज जी तुम्हे लाखों प्रणाम तुझबीण कौन हमारा
हे नाथ अब तो ऐसी दया होजीवन निरर्थक जाने न पाये।यह मन न जाने क्या क्या दिखाएकुछ बन ना
सबसे बड़ी सरकार तेरी, सबसे बड़ी सरकार तेरा रुणिचा दरबार तेरी हो रही जय जयकार हमने तो लिख दिया है
म्हारी मैया म्हाने थारो ही आधार रे माँ भंवरा वाली थारो ही आधार रे मैं जाऊं तो मैं जाऊं कठे
एक तमन्ना माँ है मेरी दिल में बसा लूँ सूरत तेरी हर पल उसीको निहारा करूँ मईया मईया मुख से
माया से डरो प्यारे माया मार डालेगी, भक्ति करो प्यारे भक्ति पार लगाएगी, धन और दौलत तेरे संग नहीं जायेंगे,
भरती होजा रे सत्संग में थारो भाग खुलेला रे, जनम मरण को देश परायो मृत्यु वेला रे, सुंदर काया कंचन