तमाम उम्र तेरा इंतजार हमने किया
तेरी बातें ही सुनाने आये दोस्त भी दिल ही दुखाने आये फूल खिलते हैं तो हम सोचते हैं तेरे आने
तेरी बातें ही सुनाने आये दोस्त भी दिल ही दुखाने आये फूल खिलते हैं तो हम सोचते हैं तेरे आने
इंतज़ाम कर दिया है तुमने रोज़ी रोटी का विश्वकर्मा जी से नक्शा पास करा दे कोठी का बाबा सुनलो ऐसी
हे प्रभु मुझे बता दो चरणों में कैसे आऊँ हे प्रभु मुझे बता दो, चरणों में कैसे आऊँ, माया के
साथी रे भूल ना जाना मेरा प्यार मेरी वफ़ा का ऐ मेरे हमदम कर लेना ऐतबार साथी रे भूल ना
ओ माँ ओ माँ ओ माँ प्यारी मा……….. तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है ओ प्यारी प्यारी है
तू रोम रोम में मेरे , सांसो में समाया ओ बाबोसा में तेरे , ख्वाबो में खोया रे में तेरी
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान श्रृष्टि रचैया रमन रचैयाँ करुना के सागर प्रभु दया वान प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान प्रभु श्री
तर्ज – दिल से बंधी एक डोर जो ….. दीपो से सजे घर द्वार , दीपावली आई है हाँ आई
चाँद चमके सदा रौशनी के लिए मेरी पूजा है मेरे पति के लिए साल का इक दिन मेरा अपना है
हो सकल जगत के स्वामी सिरजन हारे धर्म धुरी न धारण सेवक संता न तारन आओ धरती पे ले अवतार