
ठाकुर जी के साथ प्रेम सम्बन्ध
मुझे नही पता था, की जिंदगी को कैसे जिया जाता है, जैसे सब लोग खाना पीना सोना घूमना फिरना ये

मुझे नही पता था, की जिंदगी को कैसे जिया जाता है, जैसे सब लोग खाना पीना सोना घूमना फिरना ये

बचपन से आप सुनते आये होंगे कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में

स्वामी राम सुख दास जी महाराज जी कहते है जिस समय मृत्यु आयेगी उस समय स्नेह रखने वाले रो देंगे

सखी का स्वामी शरीर से ऊपर है। कृष्ण कृष्ण भजते हुए गोपी कृष्ण बन जाती है। वह हर क्षण परमात्मा

(एक भक्त ऐसा भी जिनके कार्य हेतु स्वयं भगवान् को 52 बार प्रकट होकर कार्य पूर्ण हेतु आना पड़ा )

गुजराती साहित्य के आदि कवि संत नरसी मेहता का जन्म 1414 ई. में जूनागढ़ के निकट तलाजा ग्राम में एक

|| श्री हरि: || व्रजराज भगवान् श्रीकृष्ण के प्रति अनन्य प्रेम होने में ही इस जीवन की सार्थकता है |

📚📚📚📖 कक्षा 1️⃣ : श्रद्धाअर्थात मन-बुद्धि हृदय से इष्ट एवंभजन में स्वीकृति कक्षा 2️⃣ : वैष्णव संगभजन करने वालों के

।।श्रीहरिः।। संत पुरूष कहते हैं कि पुत्री हो तो करमैती बाई जैसी। राजस्थान के सीकर जिले की खंडेला निवासी भक्त

बचपन से आप सुनते आये होंगे कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में