
प्रभु की ओर समर्पित
भक्त के रूप में किसी भी व्यक्ति को जीवन में कभी भी यह विचार नहीं करना चाहिए कि वह अकेला
भक्त के रूप में किसी भी व्यक्ति को जीवन में कभी भी यह विचार नहीं करना चाहिए कि वह अकेला
अति सुंदर अवश्य पढ़ें* स्वर्ग में सब कुछ हैं लेकिन मौत नहीं है,गीता में सब कुछ हैं लेकिन झूठ नहीं
एक संत थे। एक दिन वे एक जाट के घर गए। जाट ने उनकी बड़ी सेवा की। सन्त ने उसे
काशी मे श्री मधुसूदन सरस्वती नाम के एक अद्वैत वेदांती हुए । उनको कुछ ही दिनों मे शंकराचार्य पद मिलने
अभी पेड़ों में बड़े-बड़े कटहल लगे हुए हैं। कुछ दिनों बाद कटहल पक जाएंगे । कटहल से जुड़ी भगवान जगन्नाथ
श्रीहरिःघडी रात गये कुछ ग्रामीण माताएँ आयी और दो भोग-थाल निवेदन करती हुई बोली – आज़ हमारे यहाँ भगवान की
मानव जीवन में जब कोई चार प्रकार की कृपा को प्राप्त होते हैं तब वह पूर्ण कल्याण को प्राप्त हो
।श्रीहरिः। प्रयागदत्त बहिन-जीजा जी से मिलने बड़ी प्रसन्नता और उत्सुक्ता मे चले । मन मे यही होता कि कैसे शीघ्र
त्रिभंग ललित छवि के सबसे लाडले और स्वरूप में सबसे छोटे ठाकुर श्री राधा रमण लाल जी महाराज इनके प्रकट
जनकपुर में एक ब्राह्मण दम्पत्ति वास करते थे । ब्राह्मण परम विद्वान् और प्रेमी थे । ब्राह्मण बड़े बड़े लोगो