
मेलों कावड़ियों को आ गयो
मेलों कावड़ियों को आ गयो, भोले अब तक तू न जागियो, कह कह गोरा हार गई रे, उठ जा भोले
मेलों कावड़ियों को आ गयो, भोले अब तक तू न जागियो, कह कह गोरा हार गई रे, उठ जा भोले
शिव जी दा डमरू वजियाँ, मेला देवतेया दा लगाया, झट नंदी उठ के भजेया, माता पारवती ले आया, भोले ने
दी जे पर बम बम बाजे, भोले दी जे पर नाचे पिके भांग मस्ती में, कावड़ियाँ बम बम तू भी
मान जा तू गोरा ज़रा भांग दे घोट मूड बडो ओफ्फ मेरो, आज मत कर तू कोई रोक टोक मूड
भूत प्रेत की टोली लेकर मस्त मलंगा होकर, ढोल मसान की राख लपेटे नाचे भोला औह्गड़, भूत प्रेत की टोली
डमक डमक डमरू हे वाजे चन्द्रमा मस्तक पर साजे, नाचे भोला हर हर हर हर बम , गले में पड़ी
जो रीस फकर दी करदे ओह सब झूठे ने, सारी दुनिया झूमन ला ती ओ चन्द्रे सुटे ने, तेरी ता
चलो जी चलो जी भोले नाथ को चल कर मनायेगे, चन्दन फूल और फल से पावन गंगा जल से, चलो
गोरा नु वियावान आ गया मुंदरा वाला जोगी, गोरा नु वियावान आ गया नागा वाला जोगी, सबे होश उडावनआ गया
जब से बिना लिया भोले को नाथ गुरु ये चेले के ये हो लिया साथ, जिस और चल दिए बम