मानव शरीर एक देवालय (मंदिर) है।
ईश्वर ने अपनी माया से चौरासी लाख योनियों की रचना की लेकिन जब उन्हें संतोष न हुआ तो उन्होंने मनुष्य
ईश्वर ने अपनी माया से चौरासी लाख योनियों की रचना की लेकिन जब उन्हें संतोष न हुआ तो उन्होंने मनुष्य
हिन्दू धर्म में पुराणों में वर्णित ८४००००० योनियों के बारे में आपने कभी ना कभी अवश्य सुना होगा। हम जिस
“ऋग्वेद” के ” ब्रहस्पति अग्यम ” में हिन्दू शब्द का उल्लेख इस प्रकार आया हैं :- “ हिमालयं समारभ्य*यावद् इन्दुसरोवरं
ऋषि पञ्चमी- २०२३ * सभी स्नेहीजनों कोऋषि पंचमी- २०२३की हार्दिक शुभकामनाएं.! हर वर्ष गणेश चतुर्थी के अगले दिन ऋषि पंचमी
ऐसी सत्य घटना साझा कर रहे हैं, जिसे पढ़ते ही हृदय भगवान के लिए व्याकुल हो जाये..?? दिनांक: 1 नवंबर
मन्दिर आत्मा के सम्बंध का केन्द्र है। मुर्ति आत्मा का प्रतिबिंब है। मुर्ति में भगवान हमें उसी रूप में दिखाई
7 दिवस = 1 सप्ताह ■ 4 सप्ताह = 1 माह , ■ 2 माह = 1 ऋतू ■ 6
ये चमत्कार हिंदी में ही हो सकता है …चार मिले चौसठ खिले, बीस रहे कर जोड़!प्रेमी-प्रेमी दो मिले, खिल गए
हिंदू धर्म में स्वास्तिक का बहुत बड़ा महत्व है। हिंदू लोग किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले
।। हरे कृष्ण ।। तुम अकेले नहीं हो, सारा अस्तित्व तुम्हारे पीछे गुंथा है। ताने-बाने हैं जीवन के; कोई व्यक्ति