
मर्यादा और प्रेम के रूप भगवान श्रीराम और श्री कृष्ण
आज का सत्संग भगवान राम का चरित्र सर्वथा अनुकरणीय है, उनकी लीला का अनुकरण करें भगवान कृष्ण का चरित्र चिंतनीय

आज का सत्संग भगवान राम का चरित्र सर्वथा अनुकरणीय है, उनकी लीला का अनुकरण करें भगवान कृष्ण का चरित्र चिंतनीय
एक संत के आश्रम में एक शिष्य कहीं से एक तोता ले आया।और उसे पिंजरे में रख दिया।संत ने कई

वनगमन के समय जब लक्ष्मण जी ने साथ चलने का हठ किया तो प्रभु ने कहा, अच्छा, माँ से बिदा

🪷 🪷 एक बार काग्भुशुण्ड ने ब्रह्मा जी से कहा – राम ने जब दशरथ के घर में जन्म लिया
बहुत समय पहले की बात है एक विख्यात ऋषि रघुवीर गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते थे उनके

श्रीरामचरितमानस- बालकाण्ड ।। छन्द-भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी।हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी।। लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा
एक बार एक शिष्य ने अपने गुरू से पुछा- गुरुदेव ये सफल जीवन क्या होता है? गुरु शिष्य को पतंग

एक साधु प्रत्येक घर के सामने खड़ा होकर पुकारता।माई! मुठ्ठी भर मोती देना.. ईश्वर, तुम्हारा कल्याण करेगा.. भला करेगा।’ साधु
ॐ नमः शिवायः एक बार की बात है, देवताओं के राजा इंद्र ने किसानों से किसी कारण से नाराज होकर

एक बार एक राजा ने गाव में रामकथा करवाई और कहा की सभी ब्राह्मणो को रामकथा के लिए आमत्रित किया