
प्रकाण्ड विद्वान अष्टावक्र
अष्टावक्र इतने प्रकाण्ड विद्वान थे कि माँ के गर्भ से ही अपने पिताजी “कहोड़” को अशुद्ध वेद पाठ करने के

अष्टावक्र इतने प्रकाण्ड विद्वान थे कि माँ के गर्भ से ही अपने पिताजी “कहोड़” को अशुद्ध वेद पाठ करने के

गौ सेवा का फल आज से लगभग 8 हजार वर्ष पूर्व त्रेता युग में अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट महाराज दिलीप

!!! १६ वर्षीय संत ज्ञानेश्वर के १४०० वर्षीय शिष्य चांगदेव महाराज की कहानी !!! यह कहानी महाराष्ट्र के महान संत

।। प्रार्थना ।। प्रातः काल आँख खुलने पर कर दर्शन करते हुए भगवान की प्रार्थना करना चाहिए- कराग्रे वसते लक्ष्मी,

!! जय श्री राम !! हनुमान जी को हजारों साल तक अमर रहने का वरदान क्यों मिला था ? जानिए

एक बार यमराज ने अपने यमदूतों से प्रश्न किया, “क्या कभी प्राणियों के प्राण लेते समय तुम्हें किसी पर दया

विनियोगॐ अस्य श्री हनुमान् वडवानल-स्तोत्र-मन्त्रस्य श्रीरामचन्द्र ऋषिः,श्रीहनुमान् वडवानल देवता, ह्रां बीजम्, ह्रीं शक्तिं, सौं कीलकं,मम समस्त विघ्न-दोष-निवारणार्थे, सर्व-शत्रुक्षयार्थेसकल-राज-कुल-संमोहनार्थे, मम समस्त-रोग-प्रशमनार्थम्आयुरारोग्यैश्वर्याऽभिवृद्धयर्थं

किसी गाँव में एक भाट व एक जाट रहता था, दोनों में घनिष्ठ मित्रता थी. एक बार जाट अपनी बहन

मां तुलसी पूजन, तुलसी विवाह एवं कार्तिक माह में मां तुलसी की आरती सबसे अधिक श्रवण की जाती है। तुलसी

आदि लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्म स्वरूपिणि ।यशो देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।। सन्तान लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनि ।पुत्रां