
भक्त शिरोमणि हनुमान की भक्ति
जयश्री राम महायुद्ध समाप्त हो चुका था।जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुंब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश
जयश्री राम महायुद्ध समाप्त हो चुका था।जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुंब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश
दोहा : (देखन मिस मृग बिहग तरु फिरइ बहोरि बहोरि।निरखि निरखि रघुबीर छबि बाढ़इ प्रीति न थोरि॥) भावार्थ:-मृग, पक्षी और
तुलसी दास जी ने जब राम चरित मानस की रचना की,तब उनसे किसी ने पूंछा कि बाबा! आप ने इसका
अंतिम सांस गिन रहे जटायु ने कहा कि मुझे पता था कि मैं रावण से नहीं जीत सकता लेकिन तो
सोहति सीय राम कै जोरी। छबि सिंगारु मनहुँ एक ठोरी॥ श्रीसीताराम-विवाह (विवाह-पञ्चमी) के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ
रामायण रामचरित मानस प्रसंग कथा मेघनाथ का वध केवल लक्ष्मण ही कर सकते थे,क्या कारण था ?..पढिये पुरी कथा। हनुमानजी
लक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद नहीं पता होगा । लक्ष्मण रेखा का नाम (सोमतिती
प्रतिदिन एक-दो बार अवश्य पढ़ें। * श्री रामजी का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे;
अगर कभी पढ़ो और समझो तो आंसुओ पे काबू रखना……. रामायण का एक छोटा सा वृतांत है, उसी से शायद