श्रीमदभागवतमहापुराण (Shreemadbhagvatmahapuran)

परम भागवत पद रत्नाकर

ब्रह्म, ब्रह्म की शक्ति नित्यमें नहीं कभी रंचक भी भेद।जो वह, वही तुम्हीं हो, है निश्चय दोनोंमें नित्य अभेद॥-१॥शक्ति न

Read More...