
वेश्या बनी गुरु
विवेकानंद अमरीका जा रहे थे, तो राजस्थान में एक राज—परिवार में मेहमान थे। राजा ने उनके स्वागत में एक समारोह

विवेकानंद अमरीका जा रहे थे, तो राजस्थान में एक राज—परिवार में मेहमान थे। राजा ने उनके स्वागत में एक समारोह

.इनका जन्म पूर्व बंगाल के अंतर्गत मुर्शिदाबाद (काँदी) कोलकाता में हुआ। इन का वास्तविक नाम श्रीकृष्णचंद्र सिंह था।.एक दिन गंगा

. श्री श्यामानंद प्रभु का जन्म सन् 1535ई. को चैत्र पूर्णिमा के दिन पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के अंतर्गत

.एक हरा-भरा चरागाह था, जहाँ भगवान श्री कृष्ण की गाय चरा करती थीं।.आश्चर्य की बात यह थी कि उस चरागाह

. एक साधु एक वृक्ष के नीचे ध्यान करते थे । वो रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काट कर ले

“सम्राट अशोक” की “जन्म- जयंती” हमारे देश में “नहीं मनाई जाती” ?? बहुत सोचने पर भी, “उत्तर” नहीं मिलता! आप

सं0 701 की बात है। मकरान (बलूचिस्तान) – में राजा सहसराय राज्य करते थे। ये भारतीय शूद्र थे – तथा

ताओ-कथा चीनके एक गाँवमें एक किसान रहता था। एक दिन उसका घोड़ा रस्सी तुड़ाकर भाग गया। उसके पड़ोसियोंने उसके घर

महात्मा ईसाने जेरिको नगरमें प्रवेश किया। क्षणमात्रमें उनके दर्शन और उपदेश- श्रवणके लिये एक बड़ी भीड़ एकत्र हो गयी। महात्मा

लगभग सौ वर्ष पहलेकी बात है। सौराष्ट्रके प्रसिद्ध वैष्णव कवि अभिनव नरसी मेहता- दयाराम भाईने श्रीकृष्ण लीलापर सरस गान लिखकर