
महाभाव श्रीबालकृष्णदास जी (वेणू विनोद कुंज वाले महाराजजी
प्रेम दशा में सयानापन रहता नही ….वहाँ तो कैसे भी “रस” को पीने की उत्कट प्यास । लोग क्या कहेंगे
प्रेम दशा में सयानापन रहता नही ….वहाँ तो कैसे भी “रस” को पीने की उत्कट प्यास । लोग क्या कहेंगे
एक बार राधाजी कई दिनों तक कृष्णजी से नहीं मिली तो उनके वियोग में अर्धमूर्छित हो गई।सभी सखियो को पता
एक आदमी घोड़े पर कहीं जा रहा था, घोड़े को जोर की प्यास लगी थी। कुछ दूर कुएँ पर एक
पाकिस्तान के लसबेला से अरब सागर से छूकर निकलता 150 किमी तक फैला रेगिस्तान। बगल में 1000 फीट ऊँचे रेतीले
कृष्ण के जन्म से उनकी लीला संवरण तक हर घटना अपने आप में गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को समेटे हुए है,
महादेव शिव और देवी पार्वती का एक दूसरे के प्रति अतयन्त दृढ़ प्रेम है जो किसी भी तरह
आज का सत्संग
होली का त्योहार यूँ तो पूरे संसार में दो दिन तक मनाया जाता है,
ससुराल की पहली होली दिल्ली में सुबह पाँच बजे से ही ऋतूु सारी व्यवस्था में जी जान से लगी हुई
हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का अपना एक विशेष महत्व है। इनमें गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिल
गुजराती साहित्य के आदि कवि संत नरसी मेहता का जन्म 1414 ई. में जूनागढ़ के निकट तलाजा ग्राम में एक