
लक्ष्मी माता की कथा
एक ब्राह्मण था रोज पीपल में जल चढ़ाता था। पीपल में से लड़की कहती पिताजी मैं तेरे साथ चलूँगी। ब्राह्मण

एक ब्राह्मण था रोज पीपल में जल चढ़ाता था। पीपल में से लड़की कहती पिताजी मैं तेरे साथ चलूँगी। ब्राह्मण

यह कहानी महाभारत के वनवास काल से जुड़ी है। इसमें बताया गया है कि एक दिन भोजन का समय हो

एक बार की बात है, एक बड़े शहर में एक प्रसिद्ध प्रोफेसर रहते थे — डॉ. शेखर। वे ज्ञान के

प्रोफेसर डॉ. लोपा मेहता, जो मुंबई के KEM मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर रहीं, एनाटॉमी डिपार्टमेंट की हेड थीं ।उन्होंने 78

स्मिता… लॉकर्स की चाबी कहां है?” भावेश ने सख्त लहजे में पूछा। स्मिता बोली, आज अचानक आपको लॉकर्स की चाबी

प्रसिद्ध झेन फकीर नानिन के पास एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने जाकर प्रार्थना की कि, मुझे ईश्वर के संबंध में

एक बादशाह सर्दियों की शाम जब अपने महल में दाखिल हो रहा था तो एक बूढ़े दरबान को देखा जो

मौन में क्रांति – एक जैन कथा अहंकार से आत्मज्ञान तक बहुत समय पहले, चम्पापुरी नामक एक शांत नगर में

श्यामसुन्दर का प्रेम क्या वस्तु है वास्तव में बात यह है कि भगवद्प्रेम साधना से नहीं मिलता। यह तो उसी

गुरु समर्थ रामदास स्वामी जयंती महाराष्ट्र भूमि संत-महात्माओं की खदान है। ज्ञानेश्वर, तुकाराम, एकनाथ, नामदेव, संत जनाबाई, मुक्ताबाई, सोपानदेव आदि