
त्याग का रहस्य
एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा
एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा
जीवन में सदैव अपने पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ हमें दूसरों के लिए कल्याण के कार्य अवश्य करते रहने चाहिए।और यह
सवारियो के इंतजार मे आटो स्टैण्ड पर अपने आटो में बैठा मोहन.. बाजू के आटो में बैठे दीनू चाचा से
एक महिला हैं, वो जयपुर में एक PG ( पेइंग गेस्ट ) रखती हैं।उनका अपना पुश्तैनी घर है, उसमे बड़े
मारवाड़ में उस वर्ष सूखा पड़ा था,खेतों में पूरे वर्ष खाने लायक बाजरा तक पैदा नहीं हुआ। ऐसे में जोधपुर
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुःगुरुर्देवो महेश्वरःगुरुः साक्षात् परं ब्रह्मतस्मै श्री गुरवे नमः Gurur Brahma Gurur VishnuGurur Devo MaheshwarahGuru Saakshaata ParabrahmaTasmai Shri Guruve Namah
एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए
मेरे प्रिय आत्मन्! मनुष्य के जीवन में या जगत के अस्तित्व में एक बहुत रहस्यपूर्ण बात है। जीवन को तोड़ने
क्या कभी आपने सोचा है कि प्राचीन काल में हमारे बड़े-बड़े ऋषि-महर्षि जमीन पर बैठकर ही भोजन क्यों किया करते
एक युवक को अपने पिता के साथ बैंक जाना पड़ा क्योंकि उन्हें कुछ पैसे ट्रांसफर करने थे। बैंक में जाने