
जीवन का आनंद आत्मविश्वास मे है
आज का प्रभु संकीर्तन।जीवन का आनंद लेने के लिए हमारे अंदर आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है।बिना आत्मविश्वास के हम
आज का प्रभु संकीर्तन।जीवन का आनंद लेने के लिए हमारे अंदर आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है।बिना आत्मविश्वास के हम
मनुष्य का विनम्र स्वभाव उसे सबका प्रिय बना देता है। जिस प्रकार आभूषण सबको प्रिय लगते हैं उसी प्रकार व्यक्ति
।। जय श्रीहरि ।। मन कभी भी ख़ाली नहीं बैठ सकता, कुछ ना कुछ करना इसका स्वभाव है। अच्छा काम
जीवन का आनंद लेने के लिए हमारे अंदर आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है।बिना आत्मविश्वास के हम किसी भी मंजिल
बहुत सुन्दर कृपा जरूर पढ़ें.एक आइसक्रीम वाला रोज एक मोहल्ले में आइसक्रीम बेचने जाया करता था ,.उस कालोनी में सारे
एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा
जीवन में सदैव अपने पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ हमें दूसरों के लिए कल्याण के कार्य अवश्य करते रहने चाहिए।और यह
सवारियो के इंतजार मे आटो स्टैण्ड पर अपने आटो में बैठा मोहन.. बाजू के आटो में बैठे दीनू चाचा से
एक महिला हैं, वो जयपुर में एक PG ( पेइंग गेस्ट ) रखती हैं।उनका अपना पुश्तैनी घर है, उसमे बड़े
मारवाड़ में उस वर्ष सूखा पड़ा था,खेतों में पूरे वर्ष खाने लायक बाजरा तक पैदा नहीं हुआ। ऐसे में जोधपुर