
मां तुम्हारा नीम चूर्ण मेरे प्रभु को अभी चाहिए।”
छप्पन भोग का समय था—मंदिर में सुगंध ऐसी फैल रही थी जैसे पूरा जगन्नाथ धाम प्रेम से महक उठा हो।

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आलोचना में छुपा हुआ सत्य और प्रशंसा में छुपा हुआ झूठ यदि मनुष्य समझ जाए तो आधी समस्याओं का समाधान

बोध_कथा सत्य के तीन पहलु भगवान बुद्ध के पास एक व्यक्ति पहुँचा। बिहार के श्रावस्ती नगर में उन दिनों उनका

अति प्राचीन काल की बात है। द्रविड़ देश में एक पाण्ड्यवंशी राजा राज्य करते थे। उनका नाम था इंद्रद्युम्न। वे

सूर्य पुत्र कर्ण ने श्री कृष्ण भगवान से कहा … तो क्या ये आप का न्याय है . क्या इसी

एक हृदय शल्य चिकित्सक अपनी कार को नियमित मरम्मत के लिए मैकेनिक के पास ले गए। वह आमतौर पर मैकेनिक

महाभारत काल अर्थात द्वापर युग में हनुमानजी की उपस्थित और उनके पराक्रम का वर्णन मिलता है।उन्हीं में से पांच प्रमुख

एक आदमी के घर भगवान और गुरु दोनो पहुंच गये। वह बाहर आया और चरणों में गिरने लगा। वह भगवान

गुरु की महिमा गोविन्द से भी अधिक बतायी गयी हैं, पर यह महिमा उस गुरु की है, जो शिष्य का

आसमान से आग बरस रही थी ऐसे में अधिकांश लोग घरों में रहने को मजबूर थे सुबह तकरीबन ग्यारह बजे