पार्वती जी ने पूछा
महादेव जी को एक बार बिना कारण के किसी को प्रणाम करते देखकर पार्वती जी ने पूछा आप किसको प्रणाम
महादेव जी को एक बार बिना कारण के किसी को प्रणाम करते देखकर पार्वती जी ने पूछा आप किसको प्रणाम
श्री राधा रमण लाल जू का चमत्कार वृंदावन मे बिहार से एक परिवार आकर रहने लगा.. राजू वृंदावन मे रिक्शा
हे श्यामसुंदर ! हे गोपेश ! हम तुम्हारी अशुल्क दासी हैं। तुम्हारे बिना हमारा कोई मोल नही है , कोई
यशोदा माँ के होइ लाल बधाई सारे भक्ता ने, बधाई सारे भगता ने बधाई सारे भक्ता ने,बाजो रे बाजो देखो
एक ब्राम्हण था ,वह सूरज भगवान का भक्त था. नहाता,धोता,कहानी कहता था पर कमाता कुछ भी नहीं था. ब्राम्हण घर
श्याम तन श्याम मन श्याम ही है हमारो धन,आठों याम ऊधो हमे श्याम ही सों काम है।हे श्यामसुंदर रोम रोम
एक बार कन्हैया को जिद्द चढ़ गई कि मैं अपना चित्र बनवाऊँगाये बात कान्हा ने मईया ते कही, मईया मै
एक सन्त के पास तीस शिष्य रहते थे। एक शिष्य ने गुरुजी के आगे अरदास की, “महाराज जी ! एक
.एक बार महाराज दशरथ राम आदि के साथ गंगा स्नान के लिये जा रहे थे। मार्ग में देवर्षि नारद जी
दातादीन अपने लड़के गोपाल को नित्य शाम को सोने से पहले कहानियाँ सुनाया करता था। एक दिन उसने गोपाल से