नमो राघवाय भगवान राम को प्रणाम ।।
।। नमो राघवाय ।। अनन्तकोटिब्रह्माण्ड-नायक, भगवान् सर्वान्तरात्मा, सर्वशक्तिमान् की भृकुटि के संकेतमात्र से उनकी मायाशक्ति विश्वप्रपञ्च का सर्जन, पालन तथा
।। नमो राघवाय ।। अनन्तकोटिब्रह्माण्ड-नायक, भगवान् सर्वान्तरात्मा, सर्वशक्तिमान् की भृकुटि के संकेतमात्र से उनकी मायाशक्ति विश्वप्रपञ्च का सर्जन, पालन तथा
जिस समय संसार में दुराचार, दुर्विचार का परितः प्रसार होने लगता है, अहिंसा, सत्य, अस्तेय, धैर्य, न्याय आदि मानवोचित सद्गुणों
आदौ रामतपोवनादिगमनं हत्वा मृगं कांचनंवैदेहीहरणं जटायुमरणं सुग्रीवसंभाषणम्।वालीनिर्दलनं समुद्रतरणं लंकापुरीदाहनंपश्चाद्रावणकुंभकर्णहननं एतद्धि रामायणम्।। राम नवमी शुभकामनाएँ 🙏🌹 In the beginning Rama went
।। श्री राम परमात्मने नमः ।। अपने धर्म का अत्यंत निष्काम भाव से आचरण करने से, अत्युत्तम हिंसाहीन कर्मयोग से
जय श्री राम कामिहि नारि पिआरि जिमि लोभिहि प्रिय जिमि दाम।तिमि रघुनाथ निरंतर प्रिय लागहु मोहि राम॥ जैसे कामी को
_जैसे एक माला में जितने अधिक रंग के पुष्प होंगे, माला उतनी ही खूबसूरत होगी, लेकिन सभी फूलों को एक
.!! मेरे भगवान राम 🙏🏻जय श्री राम 🙏🏻 जगत विविध रंगों से अटा पड़ा है पर श्वेत रंग है अपने
राम अराध्य और अराधना है ,राम भक्ति है राम शान्ति हैं, राम तप हैं, राम तृप्ति हैं, राम त्याग है,
मन में पर राम, मौन में राम, नैनो में राम, दिल की धड़कन में राम, सांस सांस में राम की
राम का नाम ले के देखो दुःख में तू सुख पाए गा, राम नाम तो अमृत सा माना राम चरण