कुलेश्वर महादेव मंदिर
राजीम नगर
गरियाबंद जिले
छत्तीसगढ़
यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में राजिम नगर में स्थित है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है।
यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में राजिम नगर में स्थित है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है।
काशी के 84 घाटों में चर्चित एक घाट का नाम है मणिकर्णिका। इस घाट के बारे में कहा जाता है
*ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगम्**निर्मलभासित शोभित लिंगम्।**जन्मज दुःख विनाशक लिंगम्**तत् प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ॥1॥* *देवमुनि प्रवरार्चित लिंगम्**कामदहन करुणाकर लिंगम्।**रावणदर्प विनाशन लिंगम्**तत्
शिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इन अवतारों के
*** 🐆🐆भगवान शिव स्वयं परब्रह्म हैं।इसलिए वे अपने वास्तविक स्वरुप में यानी नग्न रहना पसंद करते हैं। लेकिन उन्होंने श्रीहरि
एक शिव मंदिर के पुजारी जी को भोले नाथ ने सपने में दर्शन दिए औऱ कहा कि कल सुबह नगर
मैं सर्वव्यापिक निराकार अनंत अकथनीय अद्धितीय अतुलनीय अवर्णनीय अभूतपूर्व अनुपम हूँ मैं वात्सल्य में हूँ भातृत्व में हूँ भक्ति में
सत सृष्टि तांडव रचयितानटराज राज नमो नमः ।हे आद्य गुरु शंकर पितानटराज राज नमो नमः ॥ गंभीर नाद मृदंगनाधबके उरे
*मैं निराकार, मैं ही आकार हूँ,**मैं महाकाल, मैं ही किरात हूँ ।।**समय का प्रारब्ध, मैं समय का ही अंत हूं,**मैं
स्कंद पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक ब्राह्मणी अपने पति की मृत्यु के बाद भिक्षा