
दाती होर दे होर दे कही जांदे हाँ
दाती होर दे होर दे कही जांदे हाँ तुस्सी दई जांदे हो, अस्सी लई जांदे हाँ साडी तृष्णा दा अंत

दाती होर दे होर दे कही जांदे हाँ तुस्सी दई जांदे हो, अस्सी लई जांदे हाँ साडी तृष्णा दा अंत

ख़ुशी विच जींद मार दी उडारियाँ माँ ने साहनु दितियाँ मुरादा सरियाँ, गज वज दाती दे जैकारे ऐसी लाने होना

लाल चुनरिया माँ को भावे, लाये है तेरे लाल, चुनड़ियाँ ओड़ो मियां सिंह चढ़ आओ मियां, चाँद सितारों से माँ

माँ के माथे सिंधुरवा लाल ओ मैया मेरी प्यारी लागे, प्यारी लागे है मैया प्यारे लागे है, और मांग में

जे तू फड़दी न साडी बांह असा रुल जाना सी, हे मेहरा/ज्योता वाली माँ असा रुल जाना सी, जे तू

भवनों में लगा कर डेरा माँ, मेरी कुटियाँ में आना भूल गई, अपने ही दर के दीवानो की तकदीर जगाना

उचेया पहाड़ा च बुलाया भी करो, साडे घर दाती फेरे पाया भी करो, तेरे लाइ दाती असि मंदिर बनावेंगे, नवराते

सावन की बरसे बदरिया, माँ की भीगी चुनरिया ll भीगी चुनरिया माँ की, भीगी चुनरिया ll सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,

मेरे चरचे ने हर था इक तेरे करके, मैनु दुनिया जाने माँ इक तेरे करके, मेरे चरचे ने हर था

साड़ी पूरी किती आस ते मुराद, अम्बे मेरी शेरावालीऐ , साड़ी नेडे होके सुनी फरियाद, अम्बे मेरी शेरावालिए …… विन