
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूं
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूंन मैं धाम धरती न धन चाहता हूं। कृपा का तेरी एक कण चाहता

कृपा का तेरी एक कण चाहता हूंन मैं धाम धरती न धन चाहता हूं। कृपा का तेरी एक कण चाहता

मेरी झोपड़ी के भाग आज जाग जायेंगे …..राम आयेंगे …।सुबह से यही भजन सुन रहा। एक दो चार आठ बार।हर
कितना दयावान भगवानप्रेम प्रभु को सच्चे मन से करके देख नादान । कितना दयावान भगवान ॥दीनबन्धु वह दया का सागर

दिवाली के बाद भी चंद दीपकजला के रखनाएक दीपक आस काएक दीपक विश्वास काएक दीपक प्रेम काएक दीपक शांति काएक

मां तुलसी पूजन, तुलसी विवाह एवं कार्तिक माह में मां तुलसी की आरती सबसे अधिक श्रवण की जाती है। तुलसी

आया कार्तिक मास दीप तुलसा मैं जलाऊंगी जब तुलसा लक्ष्मी बन आई,विष्णु जी के मन को भाई,बन गई उनकी दुल्हनिया,

दीपावली / दिवाली /दीपोत्सव की बहुत बहुत बधाइयाँ 🪔 आज का आध्यात्मिक विचार🪔हे कृष्ण….. 🪔 इस दिवाली पर मुझे भी

कुछ दीप जगाएं है आज दीवाली के लिए। रोशन होंगे जो जहाँ में संग खुशहाली को लिए। एक दीप प्रभु

तुम विराट तुम जीवन धन हो ।तुम सब प्राणो के प्राणअणु-अणु की गति साधन संबल । तुम ज्योतित जय सत्य

प्रबल प्रेम के पाले पड़ के,प्रभु का नियम बदलते देखा।अपना मान भले टल जाए,भक्त का मान न टलते देखा॥ जिनकी