
गीता जयन्ती विशेष
हिन्दू संस्कृति में यह दिन श्रीमद् भगवद्गीता की प्रतीकात्मक जयंती के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि

हिन्दू संस्कृति में यह दिन श्रीमद् भगवद्गीता की प्रतीकात्मक जयंती के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि

वेदों के बारे में जानकारी जो हमारे सनातन धर्म की ऋचाएं हैं लोगों को सनातन धर्म की जानकारी हो सके

हम प्रार्थना देश और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए करे प्रार्थना देश के प्रधान के लिए करे। हे ईश्वर देश

हिन्दू धर्म में हम मंत्र जप के लिए जिस माला का उपयोग करते हैं, उस माला में दानों की संख्या

सनातन शब्द ही पवित्र जीवनशैली का प्रतीक है भारत में जो कुछ भी किया जाए,उससे भारतीयता विलग नहीं होनी चाहिए।
हम हिन्दू सत्य सनातन है। हम शाशवत सत्य सनातन हैहम सुर्य देव की प्रथम किरणहम अटल हिमालय का हिम कण

।। जय भगवान श्री सूर्यनारायण ।। मानव के उद्भव से सम्बंधित उल्लेख श्रुति (वेद) में मिलता है। स्वर्गादि उच्च लोक,

हिंदू ही जलाते हैं मृत शरीर को क्योंकि जब तक शरीर जल न जाए, तब तक आत्मा शरीर के आसपास

पहली बार होगा भगवान राम का सूर्य तिलकजय श्रीराम। शुभ दीपावली।बहुत बहुत वधाई।(दीपावली पर विशेष) – ये दीपावली इसलिए महत्वपूर्ण

सभी स्नेहीजनों कोनरक चतुर्दशी- २०२३की हार्दिक शुभकामनाएं.! हिंदू धर्म में नरक चतुर्दशी के पर्व का बहुत खास महत्व होता है।