अपनी बुद्धि से विचार करें |
गहरी निद्रा की अवस्था में आप हैं अर्थात आत्मा है लेकिन वहां पर मन नहीं है, इसलिए गहरी निद्रा की
गहरी निद्रा की अवस्था में आप हैं अर्थात आत्मा है लेकिन वहां पर मन नहीं है, इसलिए गहरी निद्रा की
“प्रेम के जन्म का पहला सूत्र है: प्रेम दान है, भिक्षा नहीं। इसलिए जीवन में देने की तरफ दृष्टि जगनी
खड़े रहना उनकी मजबूरी नहीं रही बस !उन्हें कहा गया हर बार,चलो तुम तो लड़के होखड़े हो जाओ. छोटी-छोटी बातों
हम पुरा जीवन किसी न किसी को पकड़ कर रखते और सोचते हैं अमुक सम्बन्ध अमुक रिस्तेदार हमें बहुत सुख
तीन बातें भक्त के जीवन में जरूर होनी चाहिएं , प्रतीक्षा, परीक्षा और समीक्षा। भक्ति के मार्ग में प्रतीक्षा
इस संसार में कितने से भी कितना बड़ा नुक्सान हो जाएचाहे मकान बिक जाए,हाथ पांव टूट जाए, ज़मीन जायदाद बिक
अध्यापिकाएं हड़बड़ी में निकलती हैं रोज सुबह घर सेआधे रास्ते में याद आता है सिलेंडर नीचे से बंद किया ही
एक गर्भवती स्त्री ने अपने पति से कहा, “आप क्या आशा करते हैं लडका होगा या लडकी”पति-“अगर हमारा लड़का होता
किसी ने मुझसे पुछा कि मेरी दिन चर्या ऐसी हैमुझे कभी-2 प्याज लहसुन का बना भी खानापडता है…..??क्या मैं उस
वास्तविक जीत “* सत्य की राह पर हार भी मिले तो भी उस पथ का त्याग नहीं करना चाहिए। जीवन