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जो व्यक्ति गुरु, ब्राह्मण, गाय और देवता की सेवा करता है उस धर्मात्मा पुरुष के पास सुख और संपत्ति बिना
जो व्यक्ति गुरु, ब्राह्मण, गाय और देवता की सेवा करता है उस धर्मात्मा पुरुष के पास सुख और संपत्ति बिना
अधूरा पन खत्म हो जाता है,राम तुम्हें पाकर दिल का हर तार गुनगुनाता हैराम तुम्हें पाकर गम न जाने किधर
जिस तरह आग की एक चिंगारी लकड़ी के ढेर को जला देती है उसी तरह प्रभु नाम की कमाई करोड़ों
पास में बैठ करके प्रभु को,अपने दिल की हकीकत सुनाओ, एक टक तुम छवि को निहारोकोई प्यारी सी धुन गुण
राम रक्षा स्तोत्र मंत्र राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे ।सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने॥ Ram Raksha Stotra Mantra Rama, Rama,
भगवान् के सिवाय कहीं शान्ति नहीं है । आनन्द के समुद्र में डूब जाय । प्रणव का जप करें, प्रणव
भगवान ने हमारे दिलों में दर्शन की तङफ जागृत की है। भगवान का यह हमारे लिए सबसे बड़ा प्रसाद है
एक सच्चे भक्त की पुकार कहती हैं कि हे प्रभु तु मुझे ऐसे ही दर्शन मत दे देना। मै कुटील
रे मन मस्त सदा दिल रहनाआन पड़े सो सहनारे मन मस्त सदा दिल रहना कोई दिन कम्बल कोई दिन अम्बरकबहु
दुनियां से बात करने के लियेफोन 📞की जरूरत होती है ! औरप्रभु से बात करने के लियेमौन 😞की जरूरत होती