आज का आध्यात्मिक विचार प्रेम
अपनत्व एक तत्व में द्वेत असंभव चाहे करे कोटि उपाय…. केवल वह बात परम सत्य है, अखंड सत्य है जिसे
अपनत्व एक तत्व में द्वेत असंभव चाहे करे कोटि उपाय…. केवल वह बात परम सत्य है, अखंड सत्य है जिसे
मानव जीवन में बुराई अवश्य हो सकती है, मगर जीवन बुरा कदापि नहीं हो सकता…! मानव जीवन एक अवसर है
हम एक दूसरे के साथ कर्मों की डोरी से बँधे हुए हैं, हम अपने कर्मों के लेन-देन का हिसाब पूरा
प्रेम एक रंग है_ ऐसा रंग जो एक बार ही चढ़ता है… फ़िर लाख कोशिश करो!ना वो रंग छूटता है…ना
आज का दिव्य संदेश।सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्यगंधने।लब्ध्वा शुभं होलिकापर्वेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्।।जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना करुणा को
प्रातः वंदन,,,,🙏🙏🌹नमःशिवाय 🌹🙏मनुष्य की दो अवस्थाएँ है !एक अवस्था है विचार की !और एक अवस्था है निर्विचार की!विचार की अवस्था
जय श्रीकृष्ण, मित्रों सुप्रभातम् *..समय का उचित प्रबंधन यदि समय पर ही कर लिया जाये तो वर्तमान तथा आने वाला
.!! मेरे भगवान राम 🙏🏻जय श्री राम 🙏🏻 जगत विविध रंगों से अटा पड़ा है पर श्वेत रंग है अपने
राम अराध्य और अराधना है ,राम भक्ति है राम शान्ति हैं, राम तप हैं, राम तृप्ति हैं, राम त्याग है,
पवन तनय संकट हरण मंगल मुर्ति रूप राम लक्ष्मण सीता सहीत हृदय बसों सुर भुप हनुमान जयंती की शुभकामनाएं Happy